
नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोनावायरस से तेजी से हालात बिगड़ने लगे हैं। आज राष्ट्रीय राजधानी में 2790 नए मामले रिपोर्ट हुए हैं। वहीं संक्रमण से 9 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में कुल केस 665220 हो गए हैं और अब तक 11,036 की मौत हो चुकी है। तेजी से बिगड़ते जा रहे हालात को देखते हुए केजरीवाल सरकार हरकत में आ गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को शाम चार बजे अपने निवास पर बैठक की बुलाई है। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
इस बैठक में कोरोनाइरस की बढ़ती बाधाओं को थामने के लिए एक्शन प्लान, वैक्सीनेशन की मौजूदा स्थिति, एंड्रॉइड ज़ोन, अस्पतालों के बिस्तर प्रबंधन और सिरो डेवलपर के साथ वर्तमान में कोरोना केस की मैपिंग और तैयारियों की समीक्षा होगी। सीएम अरविंद केजरीवाल दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर चिंतित हैं। दिल्ली वालों को कोरोना की वजह से दिक्कतों का सामना न करना पड़े, इसके लिए सीएम अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है।
दिल्ली सरकार के अनुसार, मुख्यमंत्री के आदेश के बाद दिल्ली के 33 बड़े अस्पतालों में 25-25 फीसदी आईसीयू और समान्य बिस्तर बढ़ा दिए गए हैं। इन 33 अस्पतालों में 30 मार्च तक को विभाजित के 1705 समान बिस्तर थे, जो अब बढ़ कर 2547 हो गए हैं। इसी तरह 842 कोविड के समान बेड बढ़ा दिए गए हैं। इसी तरह, कोविद मरीजों के लिए 30 मार्च तक 608 आईसीयू बिस्तर थे, जिसमें 230 बिस्तर की वृद्धि की गई है।
अब दिल्ली में को विभाजित के लिए 838 आईसीयू बिस्तर हो गए हैं। वहीं दिल्ली में हर रोज 80 हजार से अधिक टेस्ट किए जा रहे हैं, इसलिए कोरोना के फैलाव पर शीध्र ओवर किए जा सकते हैं। सरकार की ओर से जारी दिशा-निदेशालयें के बावजूद कुछ लोगों के विभिन्न स्थानों पर पूछे जाने वाले सवालों के चलते लापरवाही बरत रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बिना पूछे गए व्यक्तिगत आधारों पर जाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
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